Al Kaafiroon Soorah Kab Nazil Hui मक्का के सरदारों का एक गिरोह नबी स.अ. की खिदमत में हाज़िर हुआ और कहा : आओ हम इस बात पर सुलह कर लें कि जिस खुदा की आप इबादत करते हैं हम भी उस की इबादत किया करेंगे और जिन माबूदों की हम पूजा किया करते हैं
Surah Kausar का हिंदी में अनुवाद है "बेशक हमने आपको कौसर अता किया"। कौसर का अर्थ है "बहुत सारी भलाई" और जन्नत में एक नदी का नाम भी है।सूरह कौसर मक्का में तब उतरी जब मक्का के निवासियों ने नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को उनकी जाति से अलग कर दिया क्योंकि उन्होंने मूर्तिपूजा की परंपरा का खंडन किया था।
"बिस्मिल्ला हिर रहमानिर रहीम" - अल्लाह के नाम से, जो अत्यन्त कृपाशील तथा दयावान् है"इज़ा वक अतिल वाकिअह" - उस वक़्त को याद करो जब क़यामत घटित हो जाएगी"लैसा लिवक अतिहा काज़िबह" - जिस के घटित होने में कोई झूट नहीं"हम ने ही तुम को पैदा किया तो फिर तुम (दोबारा जिंदा किये जाने को) सच क्यूँ नहीं मानते हो ?"
ह़ा मीमशपथ है इस खुली पुस्तक कीहमने ही उतारा है इसे एक शुभ रात्रि मेंवास्तव में, हम सावधान करने वाले हैंइस रात में हर हिक्मत (तत्वदर्शिता) वाला मामला तै किया जाता हैवे तो उस जगत्-शासक के पक्के और अटल फैसले होते हैं जो सुनने वाला, सर्वज्ञ और तत्त्वदर्शी हैउससे लड़ना कोई खेल नहीं है
Yaa-SeeenWal-Qur-aanil-HakeemInnaka laminal mursaleen
सारी प्रशंसा उस अल्लाह के लिए है जो सारे जहान का मालिक हैवह बहुत ही मेहरबान और निहायत रहम वाला हैवह इंसाफ के दिन का मालिक हैहम तेरी ही इबादत करते हैं और तुझी से मदद चाहते हैंहमें सीधा रास्ता दिखाउन लोगों का रास्ता जिन पर तूने इनाम फ़रमाया
सूरह फ़ातिहा की तिलावत करने से अल्लाह के ग़ज़ब और गुस्से से बचा जा सकता है।सूरह यासीन क़यामत के दिन की प्यास को बुझा देती है।सूरह दुखान क़यामत की हौलनाकियों से रोकती है।सूरह वाक़िया फाका और तंगदस्ती को रोक देती है।सूरह मुल्क अज़ाबे क़ब्र को रोक देती है।सूरह कौसर दुश्मनों के झगड़ों से रोकती है।
"Tum pe hardam karodon durood-o-salam""Ho nigah-e-karam ham pe Sultan-e-deen""Door reh kar na dam toot jaaye kahi.n""Kaash Taybah mein Aye mere Maah-e-mubeen""Dafn hone ko mil jaaye do gaz zameen""Teri yaado.n se ma'moor seena rahe""Lab pe har dam Madina Madina rahe"
“कोई अपना नहीं गम के मारे हैं हम”“आपके दर पे फ़रियाद लाएँ हैं हम”“हो निगाह-ए-करम वरना चौखट पे हम आपका नाम ले ले के मर जाएँगे”
“Ishq ke rang me rang jaein jab afkaar”“To khulte hein ghulaamon pe wo asraar”“Ke rehte hein wo tawseef sanaae shahe abraar me har lehzaa Guhar baar”“Warna Wo Sayyade Aale Nasabi han Wohi Ummi Laquabi Hashmi o Motalabi o Arabi o Farashi o Madani aur kahan hamse gunahgaar”
“Mujhe Dar Pe Phir Bulana Madani Madine Wale”“Mae-Ishq Bhi Pilana Madani Madine Wale”“Meri Aankh Me Samaana Madani Madine Wale”“Banay Dil Tera Thikana Madani Madine Wale”“Teri Jab Ke Deed Hogi, Jabhi Meri Eid Hogi”“Mere Khwaab Me Tum Aana Madani Madine Wale”“Mujhe Sab Sataa Rahe Hain, Mera Dil Dukha Rahe Hain”
















