आओ कि करें उन लब-ओ-रुख़्सार की बातें, सरकार की बातेंमहबूब-ए-ख़ुदा, पैकर-ए-अनवार की बातें, सरकार की बातेंजब कोई नहीं, कोई नहीं, कोई सहारा, ग़म-ख़्वार हमाराहम क्यूँ न करें अपने ख़रीदार की बातें, सरकार की बातें
मेरे आक़ा आए हैं, सज गया ज़माना है मेरे आक़ा आए हैं, सज गया ज़माना है आया आया आया जश्न-ए-नबी ! आया आया आया जश्न-ए-नबी !
मेरे सरकार आए ! मेरे दिलदार आए ! नबियों के सरदार आए ! ताजदार-ए-ख़त्म-ए-नबुव्वत आए !






