• author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 6,401 बार देखा गया
मुस्तफ़ा-ए-ज़ात-ए-यकता आप हैं / Mustafa-e-Zaat-e-Yakta Aap Hain

mustafa-e-zaat-e-yakta aap hai.nyak ne jis ko yak banaaya, aap hai.n

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 2 मिनट का पाठ
  • 5,939 बार देखा गया
बेहरे दीदार मुश्ताक़ है हर नज़र, दोनों आलम के सरकार आ जाइये / Behre Deedar Mushtaq Hai Har Nazar, Donon Aalam Ke Sarkaar Aa Jaiye

Aaqa aa Jaiye Aaqa aa JaiyeAaqa aa Jaiye Aaqa aa JaiyeBehre Deedar Mushtaq hai Har NazarDonon Aalam ke Sarkar Aa JaieyeAaqa aa Jaiye Aaqa aa JaiyeAaqa aa Jaiye Aaqa aa Jaiye

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 3,235 बार देखा गया
सरकार-ए-दो-आलम आते हैं, हर ज़ुल्म मिटाया जाएगा / Sarkaar-e-Do-Aalam Aate Hain, Har Zulm Mitaya Jaaega

सरकार-ए-दो-आलम आते हैं, हर ज़ुल्म मिटाया जाएगागिरतों को उठाया जाएगा, रोतों को हँसाया जाएगाहर दौर लगाए पाबंदी, हर अहद करे नाकाबंदीमीलाद मनाया जाता था, मीलाद मनाया जाएगा

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 2,367 बार देखा गया
गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूर / Gulshan Gulshan, Sahraa Sahraa, Baat Hui Mashhoor

गुलशन गुलशन, सहरा सहरा, बात हुई मशहूरमाह-ए-रबिउन्नूर ने बख़्शा रहमत का दस्तूरआया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूरआया रबिउन्नूर, आया रबिउन्नूरप्यारे नबी का नूर चला जब आदम की पेशानी सेपुश्त-ए-ख़लीली तक पहुँचा है रहमत की तुग़्यानी सेआदम ता ईसा कहते हैं आया रब का नूर

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 3,918 बार देखा गया
स़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन (धूम मची है हर तरफ़, पैदा हुए हैं मुस्तफ़ा) / Salle Ala Nabiyyena, Salle Ala Muhammadin (Dhoom Machi Hai H

स़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला ह़बीबेना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला शफीएना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिनस़ल्ले अ़ला नबिय्येना, स़ल्ले अ़ला मुह़म्मदिन

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 1,582 बार देखा गया
आए सरकार आए, मेरे दिलदार आए / Aae Sarkaar Aae, Mere Dildaar Aae

मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा !मरहबा मुस्तफ़ा ! मरहबा मुस्तफ़ा !मरहबा मरहबा मरहबा मरहबाआए सरकार आए, मेरे दिलदार आएमेरे ग़म-ख़्वार आए, मेरे लजपाल आएआज जश्न-ए-विलादत है सरकार काहम मनाएंगे मिल कर ब-हर-हाल भीमौसम-ए-पुर-बहाराँ महकने लगाऔर लाज़ा हुए दिल के अहवाल भी

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 2,782 बार देखा गया
नबी-ए-मुअज़्ज़म, हबीब-ए-मुकर्रम ब-सद शान ख़ैरुल-अनाम आ रहा है / Nabi-e-Muazzam, Habib-e-Mukarram Ba-sad Shaan Khairul-Anaam Aa Raha Hai

नबी-ए-मुअज़्ज़म, हबीब-ए-मुकर्रम ब-सद शान ख़ैरुल-अनाम आ रहा हैफ़लक से मलक आ गए हैं ज़मीं पर, ख़ुदा का दुरूद-ओ-सलाम आ रहा है

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 1,303 बार देखा गया
साडा कमली वाला आया / Saada Kamli Waala Aaya

रल ख़ुशियाँ यार मनाओ, अल्लाह ने करम कमायासाडा कमली वाला आयाअज होइयाँ चार चुफेरे ओहदे करम दियाँ बरसाताँहोया नूर दा नूरी चानन, सब मुकियाँ कालियाँ राताँतुसी फ़र्शियो फ़र्श सजाओ, अल्लाह वी अर्श सजायासाडा कमली वाला आया

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 6,166 बार देखा गया
सरकार आ रहे हैं / Sarkaar Aa Rahe Hain

दीवानों ! घर सजाओ, सरकार आ रहे हैंनारे सभी लगाओ, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैंआमद पे मुस्तफ़ा की सज्दे में जा के का'बाकहता है सर, सर झुकाओ, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैंसरकार आ रहे हैं, सरकार आ रहे हैं

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 1,542 बार देखा गया
मीलाद-ए-मुस्तफ़ा का जश्न हम मनाएंगे / Milaad-e-Mustafa Ka Jashn Ham Manaenge

आई ईदों की ईद है, ईद-ए-मीलादुन्नबीमुझ को बड़ी ख़ुशी है, आमिना के लाल आ गएक्यूँ ना मैं मुस्कुराऊँ ! आमिना के लाल आ गएआए नबी मेरे नबी ! नबी नबीआए नबी मेरे नबीआए नबी, प्यारे नबी, मेरे नबी, मीठे नबी

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 1,233 बार देखा गया
ए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा / Ai Shah-e-Abraar ! Ahlan-Wa-Sahlan Marhaba

अहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबाअहलंव्व-सहलन मरहबा, अहलंव्व-सहलन मरहबाए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबामहबूब-ए-ग़फ़्फ़ार ! अहलंव्व-सहलन मरहबामख़्ज़न-ए-अनवार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए शह-ए-अबरार ! अहलंव्व-सहलन मरहबाए मेरे सरदार ! अहलंव्व-सहलन मरहबा

  • author
    Mohammad Wasim
  • 24/09/2023
  • 1 मिनट का पाठ
  • 2,894 बार देखा गया
मरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाह / Marhaba Marhaba ! Aa Gae Rasoolullah

तू नाम-ए-नबी को चूम, तू इश्क़-ए-नबी में घूमहै गली गली में धूम, तू नारा लगा के झूमझूमती है ये ज़मीं झूमता है आसमांमरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाहमरहबा मरहबा ! आ गए रसूलुल्लाह