• author
    Mohammad Wasim
  • 29/12/2025
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जिस के हाथों में है ज़ुल्फ़िक़ार-ए-नबी | नारा-ए-हैदरी या अली या अली

जिस के हाथों में है ज़ुल्फ़िक़ार-ए-नबीजिस के पहलू में है राहवार-ए-नबीदुख़्तर-ए-मुस्तफ़ा जिस की दुल्हन बनीजिस के बेटों से नस्ल-ए-नबी है चली

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    Mohammad Wasim
  • 19/12/2025
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तुम्हें जो दिल से पुकारा मेरे ग़रीब नवाज़

तुम्हें जो दिल से पुकारा, मेरे ग़रीब-नवाज़ ! ब-वक़्त पाया सहारा, मेरे ग़रीब-नवाज़ !

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    Mohammad Wasim
  • 19/10/2025
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मैं लजपालाँ दे लड़ लगियाँ मेरे तों ग़म परे रहँदे

मैं लजपालाँ दे लड़ लगियाँ मेरे तों ग़म परे रहँदेमेरी आसाँ उमीदाँ दे सदा बूटे हरे रहँदे

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    Mohammad Wasim
  • 30/09/2025
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सरकार-ए-ग़ौस-ए-आज़म नज़र-ए-करम ख़ुदारा

सरकार-ए-ग़ौस-ए-आ'ज़म ! नज़र-ए-करम ख़ुदा-रामेरा ख़ाली कासा भर दो, मैं फ़क़ीर हूँ तुम्हारा

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    Mohammad Wasim
  • 29/09/2025
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रौनक़-ए-कुल-औलिया या ग़ौस-ए-आज़म दस्तगीर

रौनक़-ए-कुल-औलिया, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर !पेशवा-ए-अस्फ़िया, या ग़ौस-ए-आ'ज़म दस्त-गीर !

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    Mohammad Wasim
  • 24/02/2025
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ज़िक्र है आज उस शाह-ए-जीलान का मरहबा मरहबा

मीराँ मीराँ मीराँ मीराँ हमारी है दु'आ, शह-ए-ग़ौस-उल-वरा हरा भरा रहे ये क़ादरी चमन

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    Mohammad Wasim
  • 14/01/2025
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हैदर हैदर मौला

दम दम 'अली 'अली दम दमदम दम 'अली 'अली दम दमदिल के हो गर अमीर तो बोलो 'अली 'अलीसोया नहीं ज़मीर तो बोलो 'अली 'अली

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    Mohammad Wasim
  • 09/01/2025
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मेरे ख़्वाजा का दर बाक़ी रहेगा

ख़्वाजा पिया मेरे ख़्वाजा पिया ख़्वाजा पिया मेरे ख़्वाजा पिया दिल्ली राजस्थान तुम्हारा, या ख़्वाजा

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    Mohammad Wasim
  • 07/01/2025
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दिल्ली राजस्थान तुम्हारा या ख़्वाजा | सारा हिन्दुस्तान तुम्हारा या ख़्वाजा

दिल्ली राजस्थान तुम्हारा, या ख़्वाजा सारा हिन्दुस्तान तुम्हारा, या ख़्वाजा हिन्द में नव्वे लाख को कलमा पढ़वाया

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    Mohammad Wasim
  • 07/01/2025
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बड़ी दूर से आए हैं मुईनुद्दीन सय्यिदा का सदक़ा दो

बड़ी दूर से आए हैं, मु'ईनुद्दीन सय्यिदा का सदक़ा दोबड़ी दूर से आए हैं, मु'ईनुद्दीन सय्यिदा का सदक़ा दो

  • author
    Mohammad Wasim
  • 06/01/2025
  • 2 मिनट का पाठ
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Dar-e-Ghareeb Nawaz /दर-ए-ग़रीब-नवाज़