नबियों में गुलाब हैं, रश्क-ए-माहताब हैं
रब का इंतिख़ाब हैं, मेरे नबी मेरे नबी मेरे नबी
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
टुकड़े हुए जो चाँद के ज़ीशान हो गए
दुनिया के साइंस-दान भी हैरान हो गए
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
याक़ूत में, हीरों में, सितारों की चमक में
उस चेहरे के जैसा कोई चेहरा न मिलेगा
दुनिया के किसी कोने में तुम ढूँड लो जा कर
कोई मेरे सरकार के जैसा न मिलेगा
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
महबूब है क्या सल्ले-'अला नाम-ए-मुहम्मद
आँखों की ज़िया, दिल की जिला, नाम-ए-मुहम्मद
ये नाम कोई काम बिगड़ने नहीं देता
बिगड़े भी बना देता है ये नाम-ए-मुहम्मद
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
पुश्त पे उन की मोहर-ए-नबुव्वत
ख़त्म हुई है उन पे रिसालत
हर उम्मत को उन का वसीला
महशर में काम आएगा
क्या है हक़ीक़त मेरे नबी की
कौन समझ ये पाएगा
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
अर्बाब-ए-नज़र को कोई ऐसा न मिलेगा
बंदे तो मिल ही जाएँगे, आक़ा न मिलेगा
तारीख़ अगर ढूँडेगी सानी-ए-मुहम्मद
सानी तो बड़ी चीज़ है, साया न मिलेगा
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
रहमत है मुझ पे दोनों जहाँ के इमाम की
तस्बीह पढ़ रहा हूँ मुहम्मद के नाम की
दुनिया की कोई चीज़ नहीं मेरे काम की
मैं भीक माँगता हूँ मुहम्मद के नाम की
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
नबियों में गुलाब है, रश्क-ए-माहताब है
रब का इंतिख़ाब है, मेरे नबी मेरे नबी मेरे नबी
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
मेरे नबी ला-जवाब हैं, मेरे नबी ला-जवाब हैं
ना'त-ख़्वाँ:
हाफ़िज़ ताहिर क़ादरी
सय्यिद अर्सलान शाह क़ादरी
नबियों में गुलाब है, रश्क-ए-माहताब है
रब का इंतिख़ाब है, मेरा नबी मेरा नबी मेरा नबी
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
दामाद जिन का शेर-ए-ख़ुदा बू-तुराब है
बरकत, करम, शिफ़ा का ख़ज़ीना लु'आब है
जिन के ग़ुलाम शाहों की 'अज़मत को मात दें
क्या शान उन की जिन का पसीना गुलाब है
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
अल्लाहुम्म सल्ले-'अला सय्यिदिना मुहम्मदिन
अल्लाहुम्म सल्ले-'अला सय्यिदिना मुहम्मदिन
यासीन-ओ-ताहा नाम हैं जिन के क़ुरआन में
अश'आर क्या सुनाऊँ मैं उन के बयान में
वोही हैं मुज़म्मिल, हाँ मुदस्सिर भी वही हैं
ताक़त कहाँ से लाऊँ मैं अपनी ज़बान में
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
नबियों में गुलाब है, रश्क-ए-माहताब है
रब का इंतिख़ाब है, रब का इंतिख़ाब है
ज़ात हुई इंतिख़ाब, वस्फ़ हुए ला-जवाब
नाम हुआ मुस्तफ़ा, तुम पे करोड़ों दुरूद
नबियों में गुलाब है, रश्क-ए-माहताब है
रब का इंतिख़ाब है, मेरा नबी मेरा नबी मेरा नबी
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
अल्लाहुम्म सल्ले-'अला सय्यिदिना मुहम्मदिन
अल्लाहुम्म सल्ले-'अला सय्यिदिना मुहम्मदिन
शक़्क़ुल-क़मर का मो'जिज़ा क़ुर्बान जाइए
टूटा हुआ दिल जोड़ने इस दर पे आइए
वो जानते हैं दिल में छुपे राज़ हमारे
सब मिल के ज़रा जोश में ना'रा लगाइए
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
अल्लाहुम्म सल्ले-'अला सय्यिदिना मुहम्मदिन
अल्लाहुम्म सल्ले-'अला सय्यिदिना मुहम्मदिन
रिज़वान क्या बयान करे शान तुम्हारी
ख़ुद साहिब-ए-क़ुरआन करे मद्ह तुम्हारी
अल-हम्द से वन्नास तलक पढ़ते जाइए
हर नुक़्ता-ए-क़ुरआन कहे ना'त तुम्हारी
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है
मेरा नबी ला-जवाब है, मेरा नबी ला-जवाब है







