फातिहा देने का सही तरीका, दुआ, सूरहें और इसाले सवाब का मुकम्मल तरीका हिंदी में।
जिस के हाथों में है ज़ुल्फ़िक़ार-ए-नबीजिस के पहलू में है राहवार-ए-नबीदुख़्तर-ए-मुस्तफ़ा जिस की दुल्हन बनीजिस के बेटों से नस्ल-ए-नबी है चली
ए दुश्मन-ए-दीं ! तूने किस क़ौम को ललकारा | ले हम भी हैं सफ़-आरा / Ai Dushman-e-Deen Tune Kis Qaum Ko Lalkaara | Le Ham Bhi Hain Saf-aara
lab pe salle ala ke taraaneashk aankhon mein aaye hue hainye hawa ye faza keh rahi haiaap tashreef laaye hue hain
السلام عليك يا۔۔۔یا رسول اللهالسلام عليك حبيبي،يا نبي اللهالسلام عليك يا۔۔۔یا رسول اللهالسلام عليك حبيبي،يا نبي الله، يا رسول الله
तुम्हें जो दिल से पुकारा, मेरे ग़रीब-नवाज़ ! ब-वक़्त पाया सहारा, मेरे ग़रीब-नवाज़ !
విధులుకైరూన్ మస్జిద్ లేదా ఉక్బా మస్జిద్ పశ్చిమ ముస్లిం ప్రపంచంలో అతిప్రాచీన మస్జిద్.[1] ప్రార్థనా హాలు యందు, మిహ్రాబ్, ఖిబ్లాను సూచిస్తోంది.అల్లాహ్ యొక్క ఉపాసన కొరకు ఖచ్చితంగా పాటించవలసిన నమాజ్ కొరకు క్రింది మూడు విషయాలు దృష్టిలో వుంచుకోవాలి :
आराम गुनहगार को इक पल नहीं मिलतासर से मेरे आलाम का सूरज नहीं ढलता
तनम-फ़र्सूदा जाँ-पारा ज़े-हिज्राँ, या रसूलल्लाह !दिलम पज़मुर्दा आवारा ज़े-'इस्याँ, या रसूलल्लाह !
















