• author
    Mohammad Wasim
  • 06/09/2025
  • 1 मिनट का पाठ
  • कोई दृश्य नहीं
बारह रबीउल अव्वल के दिन अब्रे बहारां छाए

बारह रबीउल अव्वल के दिन अब्रे बहारां छाएमेरे सरकार आए मेरे सरकार आए

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    Mohammad Wasim
  • 06/09/2025
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शाहे दो आलम सलाम अस्सलाम

शाह-ए-दो आ'लम सलाम अस्सलामग़रीबों के हमदम सलाम अस्सलाम

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    Mohammad Wasim
  • 06/09/2025
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अपने मालिक का में नाम लेकर

अपने मालिक का में नाम लेकरबज़्म की इब्तिदा कर रहा हूँ

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    Mohammad Wasim
  • 02/09/2025
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ऐ सबा सरकार की बातें सुना

ऐ सबा ! सरकार की बातें सुनासय्यिद-ए-अबरार की बातें सुनामैं दुरूदों के हूँ नग़्मे छेड़तातू मुझे सरकार की बातें सुना

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    Mohammad Wasim
  • 02/09/2025
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आओ कि करें उन लब-ओ-रुख़्सार की बातें, सरकार की बातें

आओ कि करें उन लब-ओ-रुख़्सार की बातें, सरकार की बातेंमहबूब-ए-ख़ुदा, पैकर-ए-अनवार की बातें, सरकार की बातेंजब कोई नहीं, कोई नहीं, कोई सहारा, ग़म-ख़्वार हमाराहम क्यूँ न करें अपने ख़रीदार की बातें, सरकार की बातें

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    Mohammad Wasim
  • 01/09/2025
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सफ़र में हादसों से बचने के लिए 3 अहम दुआएँ

पहली दुआसूरह क़ुरैश (7 बार पढ़ें):लि ईलाफि क़ुरैशईलाफिहिम रिह-लतश शिता..इ वस्सैफफल यअ’बुदू रब्बा हाज़ल बैत

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    Mohammad Wasim
  • 29/08/2025
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है मीलाद हुज़ूर का | पंद्रह सौ सालों से जारी है यही सिलसिला

मेरे आक़ा आए हैं, सज गया ज़माना है मेरे आक़ा आए हैं, सज गया ज़माना है आया आया आया जश्न-ए-नबी ! आया आया आया जश्न-ए-नबी !

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    Mohammad Wasim
  • 29/08/2025
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आया नबी का जश्न-ए-विलादत पंद्रह सौ साला जश्न-ए-विलादत

मेरे सरकार आए ! मेरे दिलदार आए ! नबियों के सरदार आए ! ताजदार-ए-ख़त्म-ए-नबुव्वत आए !

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    Mohammad Wasim
  • 29/08/2025
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मेरे नबी ला-जवाब हैं | मेरा नबी ला-जवाब है

नबियों में गुलाब हैं, रश्क-ए-माहताब हैंरब का इंतिख़ाब हैं, मेरे नबी मेरे नबी मेरे नबी

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    Mohammad Wasim
  • 07/05/2025
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हर दिल में जो रहते हैं वो मेरे मुहम्मद हैं

हर दिल में जो रहते हैं, वो मेरे मुहम्मद हैंजो रब को भी प्यारे हैं, वो मेरे मुहम्मद हैं

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    Mohammad Wasim
  • 07/05/2025
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काश वो चेहरा मेरी आँख ने देखा होता

मुझ को तक़दीर ने उस दौर में लिक्खा होताबातें सुनता मैं कभी, पूछता मा'नी उन के